बिहार की बढ़ती जनसंख्या, बेरोज़गारी और पलायन ने लोगों न सिर्फ़ अपनों से दूर किया बल्कि अपनी संस्कृति और त्योहार से भी दूर कर दिया। इसलिए अभी भी वक़्त है वापस लौटने का।
बिहार की बढ़ती जनसंख्या, बेरोज़गारी और पलायन ने लोगों न सिर्फ़ अपनों से दूर किया बल्कि अपनी संस्कृति और त्योहार से भी दूर कर दिया। इसलिए अभी भी वक़्त है वापस लौटने का।