Web Series Review in Hindi: 2024 में भी लड़कियों को देखना चाहिए Sonakshi Sinha की ‘दहाड़’?

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मिर्ज़ापुर से कम ख़तरनाक नहीं है दहाड़ (Dahaad)

मिर्ज़ापुर में भौकाली है तो दहाड़ (Dahaad) में साइलेंट भौकाली है। अनपढ़ और जाहिल द्वारा की गई हत्या को पकड़ना पुलिस के लिए सरल है। लेकिन जब कातिल पढ़ा लिखा हो तो पुलिस को भी लोहे की चने चबाने पड़ते है। यदि आपको अपराध की दुनिया की एक और कहानी को समझनी है तो आपको अवश्य देखनी चाहिए दहाड़ (Dahaad)। यह आप के लिये ही बनी है।

गुलशन कुमार भाषा टाइम्स के लिए

Web Sires Review 'Dahad' in Hindi : क्यों लड़कियों को देखना चाहिए Sonakshi Sinha की वेब सीरिज़ 'दहाड़'? #bhashatimes क्यों लड़कियों को देखना चाहिए Sonakshi Sinha की (Dahad) दहाड़
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कैसी है वेब सीरिज़ (web series) दहाड़ (Dahaad)?

हिन्दी सिनेमा की दुनिया में कई फ़िल्में और और वेब सीरीज़ बनी है और आगे बनती भी रहेगी। लेकिन कुछ फ़िल्म की कहानी सोचने पर मजबूर कर देती है। उसका न तो प्रारंभ सुखद होता है न अंत। इसलिए फ़िल्म कला की दुनिया से बाहर निकल कर यथार्थवादी दुनिया में जगह ले लेती। आज का लेख एक ऐसे ही वेब सीरिज़ पर है जो हर लड़की को देखना चाहिए। उसे भी देखना चाहिए जिसके जीवन में सब कुछ अच्छा चल रहा है और उसे भी देखना चाहिए जिसके चरित्र पर यह दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ (web series) बनी है।

वेब सीरिज़ (web series) दहाड़ (Dahaad) राजस्थान राज्य के यथार्थ छवि को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया गया है

हानी की का प्रारंभ राजस्थान राज्य के एक छोटे से गाँव मंडावा से होता है। यह गाँव थोड़ा अलग है। क्योंकि इस गाँव में जो घटना घटी है वह सब का नींद उड़ाने वाला है। सब-इंस्पेक्टर अंजलि भाटी (सोनाक्षी सिन्हा) को मंडावा गाँव में सत्ताईस महिलाएँ बिना किसी निशान के गायब हो गई हैं के एक केस के मामले में जानकारी मिलती है। लेकिन इतना बड़ा मामला होने के बावजूद गाँव वाले के कान में जू तक नहीं रेंगा।

अंजलि भाटी (सोनाक्षी सिन्हा) भले ही सब-इंस्पेक्टर है लेकिन बुद्धि से आईपीएस अधिकारी को मात देती है। रॉयल एनफील्ड की सवारी करती है, वर्दी की धाक के कारण उसे लेडी सिंघम करके भी पुकारा जाता है। अंजलि भाटी (सोनाक्षी सिन्हा) की आयु तीस साल के आस-पास है।

अंजलि भाटी (सोनाक्षी सिन्हा) अपने गांव की परंपरा को चुनौती देती नज़र आती है। इसके भीतर स्त्री विद्रोह का स्वर भी छिपा है। इस विद्रोह का ख़ामियाज़ा उसकी माँ को भुगतना पड़ता है क्योंकि अंजलि अंजलि भाटी (सोनाक्षी सिन्हा) के लिए उपयुक्त दूल्हा ढूंढना मुश्किल हो जाता है। यहाँ अंजलि भाटी के साथ जातीय भेद-भाव तो होता ही है साथ में कार्यस्थल पर लैंगिक भेदभाव भी होता है। किंतु वह एक मजबूत इरादों वाली पुलिसकर्मी के रूप में कार्य कर रही है।

किंतु जिस सत्ताईस महिलाओं के केस में वह घुस रही है उसे सुलझाना उतना भी सरल नहीं है। किंतु धीरे-धीरे इस मामले का एक सामान्य सूत्र मिल जाता है। जहां से शुरू होता है चोर-पुलिस का खेल। सत्ताईस महिलाएँ के मामले में जो सूत्र मिलता है वह है एक सीरियल किलर। इससे उसे बहुत जल्द समझ में आ जाता है कि यह लड़की ग़ायब नहीं हुई है। बल्कि सुनियोजित तरीक़े से इस घटना को अंजाम दिया जा रहा है।

पुलिस थाने में दो ऐसे मामले आते है जिसमें पहला मामला है एक आमिर घराने हिंदू की बेटी और एक मुस्लिम व्यक्ति के बीच अंतर्धर्मिक प्रेम की। जिसके प्रेम निश्छलता है।इसलिए अंजलि और उसके वरिष्ठ सहयोगी देवी सिंह मुस्लिम व्यक्ति को भागने में मदद करते हैं।
फ़िल्म में अंजलि एक क्रोनोलॉजी या कहें तो पैटर्न देखती है। सत्ताईस महिलाएँ सभी निचली जाति से और भावनात्मक रूप से कमजोर थी।

सभी की अवस्था 25 वर्ष से अधिक की थी। लापता होने के अगले दिन ही सभी की आत्महत्या सायनाइड खाकर करती है और किसी शौचालय के भीतर उसकी लाश मिलती है।

कहानी के दूसरे हिस्से में जो कहानी चलती है वह है आनंद स्वर्णकार की। जिसका परिवार तो बड़ा है लेकिन वह रहता है अपने पत्नी और बेटे के साथ। आनंद स्वर्णकार की पत्नी का नाम वंदना है जिसका जय नाम के सहकर्मी के साथ अफेयर है। वही आनंद स्वर्णकार, एक कॉलेज व्याख्याता है। देवी लाल का बेटा और आनंद स्वर्णकार का बेटा एक ही विद्यालय में पढ़ता है। कहानी में मोड़ आनंद स्वर्णकार का बेटा ही लाता है। दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ की कहानी में जिस डॉट को मिलाना है वह इन्हीं घटना को जोड़ना है।

राजस्थानी हिन्दी के बर्तन में पका है  दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़

दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ की भाषा राजस्थानी हिन्दी है। इसलिए दर्शक को एक नया लैंग्वेज फ्लेवर मिलता है। यह फ़िल्म लोगों के साथ कब आत्म साथ हो जाती है, दर्शक को भी पता नहीं चलता है। यह सत्य है कि आनंद जैसा शातिर कातिल भी पुलिस से बच नहीं सकता है लेकिन पुलिस के सामने चुनौती बड़ी है।

जैसा कि मैंने पहले ही बता दिया कि यह दहाड़ (Dahaad) एक वेब सीरीज़ है। इसमें एक पात्र अंजलि भाटी (सोनाक्षी सिन्हा) है। लेकिन इस वेब सीरिज़ में अभी भी बहुत कुछ बचा है। मुख्य पात्र के साथ गौण पात्र जिनके बिना यह दहाड़ (Dahaad) वेब सीरीज अधूरी है।पूरी दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ देखिए और अंदाज़ा लगाने का प्रयास कीजिए इक्कीसवीं सदी में महिलाओं की क्या-क्या चुनौती है और कमेंट कीजिए कि इस तरह का फ़िल्म समीक्षा कैसी लगी आपको।

दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ के बारे में संक्षिप्त विवरण-

दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ फ़िल्म की विधा (Genre): क्राइम मिस्ट्री थ्रिलर के अन्तर्गत है। दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ को रीमा कागती और जोया अख्तर के द्वारा बनाया गया है।
दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ में जहां एक तरफ़ अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा है तो वही गुलशन देवैया, विजय वर्मा और सोहम शाह जैसे दिग्गज अभिनेता भी है।
दहाड़ (Dahaad) वेब सीरिज़ का कुल एपिसोड 8 है जिसे देखने के लिए आप के पास एक दिन की छुट्टी होनी चाहिए या फिर आप हर रोज़ एक एक एपिसोड देखकर भी इसे समाप्त कर सकते हैं। यह 12 मई  2023 को आमेजन प्राइम पर रिलीज़ हुआ था।

फ़िल्म देखने का लिंक भी साझा किया जा रहा है- https://www.primevideo.com/detail/Dahaad/0KPV2GFQQ5XA8NCXXQ82XO3G1C

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दहाड़ वेब सीरिज़ से संबंधित कुछ प्रश्न-

  • प्रश्न : दहाड़ वेब सीरिज़ के निर्देशक कौन है?
  • उत्तर रीमा कागती और  रुचिका ओबेरॉय
  • प्रश्न दहाड़ वेब सीरिज़ के चरित्रों के नाम क्या है?
  • उत्तर सोनाक्षी सिन्हा, गुलशन देवैया, विजय वर्मा और सोहम शाह
  • प्रश्न: दहाड़ में कुल कितने एपिसोड हैं
  • उत्तर: आठ
  • दहाड़ फ़िल्म कब रिलीज़ हुई थी?
  • Amazon Prime Video पर 12 May 2023 को Release हुई थी।
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