Kolkata का विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial)
यदि आप भी कभी कोलकाता घूमने जाते हैं तो आपको यहां बहुत कुछ देखने को मिलेगा। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल। इसके बारे में वर्ष 2024 में आप कितना जानते हैं। यह कह सकते हैं कि 2024: कोलकाता (Kolkata) के विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial) के बारे में कितना जानते हैं? यह सवाल आपको चौकन्ना कर सकता है। लेकिन यह सच्चाई भी है कि हम जिस जगह घूमने जाते हैं वहां के बारे में बहुत कम पता होता है। यदि आप भी विक्टोरिया मेमोरियल के बारे में कुछ जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए है।
वैसे तो कोलकाता(Kolkata) में घूमने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial, Kolkata) की प्रशंसा जितना अधिक किया जाए उतना कम है।
विक्टोरिया मेमोरियल का निर्माण वर्ष 1906 से 1921 के बीच में हुआ था। लेकिन इसकी खूबसूरती आज भी बरकरार है। यह एक स्मारक है जो ब्रिटिश भारत के महारानी क्वीन विक्टोरिया (1876-190) को समर्पित है।
ऐसा माना जाता है कि किसी भी राजशाही का यह सबसे बड़ा स्मारक है। विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial, Kolkata) 64 एकड़ के बगीचे में फैला हुआ है। इस भव्य इमारत की देख भाल भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा की जाती है।
विक्टोरिया मेमोरियल की वास्तुकला:
विक्टोरिया मेमोरियल की वास्तुकला इंडो-सारसेनिक है। इंडो-सारसेनिक वास्तुकला को इंडो-गॉथिक, मुगल-गॉथिक, नियो-मुगल के नाम से भी जाना जाता है।
इस भव्य स्मारक को बनवाने का श्रेय लॉर्ड कर्जन को दिया जा सकता है।
क्वीन विक्टोरिया की मृत्यु के बाद लार्ड कर्ज़न द्वारा भारत के राज्य सचिव लॉर्ड जॉर्ज हैमिल्टन को पत्र लिखा गया। जिसमें इस भव्य स्मारक को निर्माण का प्रस्ताव दिया गया था।
विक्टोरिया मेमोरियल को बनवाने में लगभग कुल लागत ₹ 1 करोड़ 5 लाख आया था।
लेकिन यह भी देखा गया कि वर्ष 1911 कोलकाता से दिल्ली राजधानी स्थानांतरित होने के कारण इसका महत्व कम हो गया।
विक्टोरिया मेमोरियल को वर्ष 1921 में एडवर्ड अष्टम द्वारा उद्घाटन किया गया। इसके बाद इस भव्य स्मारक को जनता के लिए खोल दिया गया।
यह भी बता देना आवश्यक है कि उत्तर प्रदेश के हरदोई ज़िले में भी विक्टोरिया मेमोरियल का एक छोटा सा स्मारक बन गया था। जो वर्तमान में सिटी क्लब के रूप में जाना जाता है। इसी मेमोरियल में महात्मा गांधी ने एक बार अपना भाषण दिया था।
विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता की गैलरी या हॉल देखने के लिए कितना प्रवेश शुल्क देना होता है?
इसका विवरण नीचे दिया जा रहा है। ताकि भाषा टाइम्स (Bhasha Times) के पाठक को कोई समस्या न हो-
1 | खुलने का समय प्रातः 10.00 बजे – सायं 6.00 बजे |
किंतु सोमवार (Monday) और निर्दिष्ट राष्ट्रीय अवकाश को विक्टोरिया मेमोरियल की गैलरी बंद रहती है |
2 | भारतीय लोगों के संग्रहालय में प्रवेश शुल्क मात्र- | रु. 50/- (प्रति व्यक्ति) देना पड़ेगा |
3 | यदि आप विदेशी है लेकिन आप का संबंध South Asian Association for Regional Cooperation(SAARC) अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका (पासपोर्ट प्रस्तुत करने पर) सार्क देश से हैं तो आप को संग्रहालय में जाने का प्रवेश शुल्क मात्र | रु 100/-(प्रति व्यक्ति) देना पड़ेगा |
4 | अन्य सभी देशों के नागरिक को संग्रहालय में प्रवेश शुल्क मात्र | रु. 500/-(प्रति व्यक्ति) देना पड़ेगा |
5 | बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को विद्यालय आईडी (School ID) और विद्यालय के यूनिफार्म में जाने पर किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। अर्थात् छात्रों के लिए विक्टोरिया मेमोरियल घूमना मुफ़्त है। | प्रति छात्र कुछ नहीं देना पड़ेगा |
6 | यदि आप दिव्यांग हैं और पास इसका प्रमाण पत्र है। दिव्यांग और उसके साथ केयर करने वाले को कोई भी शुल्क नहीं देना पड़ेगा।
यदि आप भारतीय सेना में है तो सेना का जवान के साथ-साथ उनके साथ आने वाले पति-पत्नी और बच्चों को प्रत्येक के लिए आईडी कार्ड दिखाने पर भी कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। |
निःशुल्क |
यदि आप कभी विक्टोरिया मेमोरियल कोलकाता सुबह-सुबह घूमने आ जाते है तो निराश होने की कोई बात नहीं है आप सिर्फ़ गार्डन भी घूम सकते है। लेकिन इसके लिए भी आपको कुछ शुल्क देना पड़ेगा जो इस प्रकार है-
1 | गार्डन खुलने का समय: प्रातः | टिकट |
2 | 5.30 AM – 6.00 PM सोमवार मंगलवार बुधवार गुरुवार शुक्रवार शनिवार रविवार (Monday, Tuesday, Wednesday, Thursday, Friday, Saturday, Sunday) 5.30 – सायं 6.00 बजे तक। |
दैनिक टिकट: रु. 30/- (प्रति व्यक्ति) |
3 | यदि आप कोलकाता में रहते हैं और आपको सुबह का टहलना पसंद है तो आप विक्टोरिया मेमोरियल के गार्डन का वार्षिक सदस्यता भी ग्रहण कर सकते हैं। | वार्षिक दर वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक) के लिए 1,000/- रुपये और अन्य के लिए 2,000/- रुपये है। |
यदि आप शाम के समय घूमने आये हैं तो आपके लिए और भी बहुत कुछ है। विक्टोरिया मेमोरियल में प्रोजेक्शन मैपिंग शो का भी आयोजन किया जाता है। यह
शो का समय इस प्रकार है:
दिन (Day) | भाषा (Language) | समय (Time) | |
1 | मंगलवार | बंगाली | शाम 6:30 बजे |
2 | बुधवार | अंग्रेजी (English) | शाम 6:30 बजे |
3 | गुरुवार | हिंदी (Hindi) | शाम 6:30 बजे |
4 | शुक्रवार | बंगाली | शाम 6:30 बजे |
5 | शनिवार | हिंदी (Hindi) | शाम 6:30 बजे |
6 | रविवार | बंगाली | शाम 6:30 बजे |
7 | सोमवार | अवकाश |
यह भी बताया गया है कि शेड्यूल अंतिम समय में परिवर्तन के अधीन है। अर्थात् इसमें परिवर्तन भी हो सकता है। इससे यह होता है कि दर्शकों की कोई दावेदारी नहीं हो सकती है।
यदि आप को यह शो देखना पसंद है तो टिकट की दरें: रु. 100/प्रति व्यक्ति है।
इस शो के लिए काउंटर शाम 5:40 बजे खुलता है। जैसा कि आप जानते हैं कि विक्टोरिया में कई गेट हैं इसलिए आपको कैथेड्रल रोड पर पूर्वी गेट (सेंट पॉल कैथेड्रल के सामने) से प्रवेश करना है। इसलिए जाने से पहले इस बात का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है। इसलिए केवल कैथेड्रल रोड (सेंट पॉल कैथेड्रल के सामने) पर पूर्वी गेट से प्रवेश मिलेगा। 3 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए यह शो तो निःशुल्क है लेकिन बच्चों को कोई अलग सीट नहीं उपलब्ध कराई जाएगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल बनाए रखा जाएगा। अर्थात् आपको मास्क लगा कर जाना है।
कोलकाता (Kolkata):
हुगली नदी के किनारे बसा हुआ यह शहर जिसे कभी कलकत्ता भी कहा जाता था। वर्तमान नाम कोलकाता (Kolkata) है। यह शहर अपने भीतर इतिहास को छिपाए हुए है। यदि आपके भीतर पुरानी बातों को जानने की इच्छा शक्ति है तो यहाँ हर कोने में एक कहानी बिखरी पड़ी है। आपको उस कहानी को सहेजना है और लोगों को बताना है। यह शहर आपको एक अलग ही अनुभव देगा। यहाँ की भाषा, यहाँ की संस्कृति यहाँ का मौसम सबकुछ अलग है।
यदि आप कोलकाता शहर की यात्रा की योजना बना रहे हैं, लेकिन इस बारे में चिंतित हैं कि कोलकाता (Kolkata) कैसे पहुंचें, तो चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है।
हवाईजहाज से:
कोलकाता के दमदम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (Netaji Subhash Chandra Bose International Airport)। यहाँ भारत के प्रत्येक कोने से हवाई सेवा है। एयरपोर्ट से आपको सबसे सस्ती बस और टैक्सी दोनों मिल जाएगी।
ट्रेन से:
कोलकाता आने के लिए सबसे सस्ता तरीक़ा ट्रेन है। IRCTC के माध्यम से ट्रेन की उपलब्धता का पता लगाये और तुरंत कोलकाता आने के लिए टिकट बुक कीजिए।
चार प्रमुख रेलवे स्टेशन है-हावड़ा जंक्शन (Howrah Junction), सियालदह रेलवे स्टेशन (Sealdah Railway Station), कोलकाता रेलवे स्टेशन (Kolkata Railway Station) और शालीमार रेलवे स्टेशन (Shalimar Railway Station) जहां आप भारत के किसी भी कोने से आ सकते हैं।
अपने मोबाइल में play store में जाकर where is my train ऐप को डाउनलोड कीजिए और पता कीजिए।
हावड़ा जंक्शन से विक्टोरिया मेमोरियल कैसे पहुँचे- हावड़ा जंक्शन से बाहर निकल कर आपको बस मिल जाएगी जिसका किराया बहुत कम है। लेकिन यदि आप यहाँ की पीली टैक्सी की सवारी करके विक्टोरिया मेमोरियल जाना चाहते हैं तो आप को यात्री सत्थी (yatri sathi) एप को डाउनलोड करना होगा। जिससे की आप बहुत सरलता से विक्टोरिया मेमोरियल पहुँच सकते हैं। इसी तरह आपको दूसरे जगह से भी करके आ सकते हैं।
सड़क मार्ग से-
कई लोग को सड़क मार्ग से कोलकाता आना पसंद है तो आप निजी कार और बस से भी कोलकाता आ सकते हैं। जैसे बिहार, उड़ीसा और झारखंड से बस की सेवा उपलब्ध है।
विक्टोरिया मेमोरियल के सबसे नज़दीक का मैट्रो स्टेशन मैदान और रवींद्र सदन है जहां से आप पैदल चलकर भी जा सकते हैं।
विक्टोरिया मेमोरियल का वर्चुअल टूर-
यदि आप को और भी कोलकाता के बारे में जानना है तो आप यूट्यूब पर https://www.youtube.com/@thepermanentroomies इस लिंक को फ़ॉलो कीजिए। जहां विक्टोरिया मेमोरियल का वर्चुअल टूर अपलोड किया गया है। साथ ही आप हमारे https://www.youtube.com/@bhashatimes/videos को सब्सक्राइब कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त आप गार्डन की वार्षिक सदस्यता के लिए इस आवेदन को भर सकते हैं https://victoriamemorial-cal.org/uploads/Annual%20Pass%20Notice%20&%20KYC%20Form.pdf
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न और उसके उत्तर-
कोलकाता किस राज्य की राजधानी है?
उत्तर-पश्चिम बंगाल
कोलकाता किस नदी किनारे बसा हुआ है?
उत्तर-हुगली नदी किनारे
कोलकाता के प्रमुख रेलवे स्टेशन कौन कौन है?
उत्तर-हावड़ा, सियालदह, कोलकाता और शालीमार
कोलकाता में पीली टैक्सी से कैसे बुक होती है ?
उत्तर- पीली टैक्सी यात्री साथी ऐप से बुक होती है
विक्टोरिया मेमोरियल के नज़दीक का मेट्रो स्टेशन का नाम क्या है?
उत्तर- मैदान और रवींद्र सदन
विक्टोरिया मेमोरियल में गार्डन और हॉल देखने लिए छात्रों को कितना रुपया देना होता है?
उत्तर-विक्टोरिया मेमोरियल में गार्डन देखने लिए बारहवीं तक के छात्रों को आईडी कार्ड और यूनिफार्म पर एक रुपया भी नहीं देना होता है। यह निःशुल्क है।
विक्टोरिया मेमोरियल में गार्डन और हॉल देखने लिए भारतीय सेना को कितना रुपया देना होता है?
उत्तर- निःशुल्क
विक्टोरिया मेमोरियल में गार्डन की सदस्यता के लिए कितना खर्च आता है?
उत्तर- वरिष्ठ नागरिक के लिए एक हज़ार रुपया प्रति वर्ष और सामान्य उम्र के लिए दो हज़ार प्रति वर्ष
इसके अतिरिक्त भी आप बहुत कुछ भाषा टाइम्स (Bhasha Times) पर पढ़ सकते हैं।
इस तरह हम 2024: कोलकाता (Kolkata) के विक्टोरिया मेमोरियल (Victoria Memorial) के बारे में बहुत कुछ जान पाये।
https://bhashatimes.com/home-minister-amit-shah/