2024 में पूरा हुआ Reserve Bank of India (RBI ) हो गया 90 वर्ष का
Reserve Bank of India (RBI ) को भारतीय रिज़र्व बैंक के नाम से भी जाना जाता है। Reserve Bank of India (RBI ) की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को की गयी थी। इसलिए प्रत्येक वर्ष1 अप्रैल को Reserve Bank of India (RBI )की स्थापना दिवस मनाई जाती है। इसलिए आज का पूरा आलेख इस विषय पर केंद्रित है।
भारतीय रिज़र्व बैंक से जुड़ी यादें: बचपन हम सभी के हाथ में जब नोट या रुपया आता था तो हम उसे पढ़ने की कोशिश करते थे कि आख़िर इस पर लिखा क्या होता है। नोट के ऊपर देश के महान नेता महात्मा गांधी की फोटो होती थी वैसे यह परंपरा आज भी बरक़रार है। लेकिन एक बैंक का नाम भी होता था जिसका नाम है भारतीय रिज़र्व बैंक। इसके अतिरिक्त भी कई बातें होती है जैसे भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर का हस्ताक्षर। मैं धारक को 10 रुपया देने के वचन देता हूँ। यह सभी नोट पर अलग-अलग होता है। इसके साथ आपने ने यह भी देखा कि भारतीय रिज़र्व बैंक का रुपया को लेकर हमेशा नियम भी बदलता रहा है। पहले जहां अलग रंग का नोट होता था फिर नोट का रंग बदला। फिर कई नये तरह के नोट भी बाज़ार में आये।लेकिन आज की चर्चा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आज भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना दिवस है।
मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में मनाया गया स्थापना दिवस-
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना दिवस पर अपने नब्बे वर्ष पूरा करने जा रहा है। इस अवसर पर मुंबई के नरीमन पॉइंट स्थित नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में बहुत बड़ा कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश के विकास में भारतीय रिज़र्व बैंक के योगदान की सराहना की।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कई बातें बताई जिसमें भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की पहचान professionalism और commitment की चर्चा की, आने वाला दशक भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की शताब्दी वाला दशक होगा इस पर भी ज़ोर दिया। इसलिए इसके स्थापना के बारे में थोड़ा जानना चाहिए।
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना दिवस
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल, 1935 को की गयी थी। इसलिए प्रत्येक वर्ष1 अप्रैल को RBI की स्थापना दिवस मनाई जाती है।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की स्थापना से पहले केंद्रीय बैंक का सभी कार्य इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) द्वारा किया जाता था।
इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) की स्थापना वर्ष 1921 में इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया अधिनियम, 1920 के तहत हुई थी।
देश के संभावित मंडी या व्यापार वाले शहरों में इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) को अगले 5 वर्षों में 100 शाखाएं(Branches) खोलने का निर्देश प्राप्त हुआ था।
इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) को केंद्रीय बैंक बनाने के विचार के साथ बनाया गया था साथ ही इसे केन्द्रीय बैंक के सभी कार्यों का निर्वहन करने की अनुमति दी गई थी।
इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया (Imperial Bank of India) को मुख्य रूप से मुद्रा और क्रेडिट, सार्वजनिक ऋण, सरकारी प्राप्तियां और संवितरण, प्रबंधन और प्रतिभूतियों और बांड, बैंकरों के बैंक आदि का कार्य इसे सौंपा गया था।
हिल्टन यंग कमीशन (Hilton Young Commission) ने सिफारिश किया कि यदि केंद्रीय बैंक को अलग से बनाया जाये तो और बढ़िया होगा।
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना
भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना की गई।
स्थापना के कुछ वर्षों तक भारतीय रिज़र्व बैंक का केंद्रीय कार्यालय कोलकाता में स्थापित किया गया।
लेकिन 1937 में स्थायी रूप से इसे मुंबई में हस्तांतरित कर दिया गया।
वर्तमान में भी केंद्रीय कार्यालय मुंबई में स्थित है। वर्ष 1949 मे भारतीय रिज़र्व बैंक का राष्ट्रीयकरण किया गया। जिसके बाद से आरबीआई पूरी तरह से भारत सरकार के स्वामित्व वाली बैंक है।
भारतीय रिज़र्व बैंक को बैंकों का बैंक कहा जाता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक देश का केंद्रीय बैंक है जबकि अन्य सरकारी बैंक को अनुसूचित बैंक कहा जाता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर की सूची-
ऑस्बोर्न स्मिथ (1935-1937)
जेम्स ब्रेड टेलर (1937-1943)
सी. डी. देशमुख (1943-1949)
बेनेगल राम राव (1949-1957)
के. जी. अंबेडकर (1957)
एच. वी. आय्यंगार (1957-1962)
पी. एस. भट्टाचार्य (1962-1967)
लक्ष्मीकांत झा (1967-1970)
बी. एन. अडारकर (1970)
एस. जगन्नाथन (1970-1975)
एन. एस. सेनगुप्ता (1975)
के. आर. पुरी (1975-1977)
एम. नारासिंहन (1977)
आई. जी. पटेल (1977-1982)
मनमोहन सिंह (1982-1985)
अमिताव घोष (1985)
ए. आर. मल्होत्रा (1985-1990)
ई. वेंकिटारामनन (1990-1992)
एस. रंगराजन (1992-1997)
बिमल जालन (1997-2003)
वाई. वेनुगोपाल रेड्डी (2003-2008)
डी. सुब्बाराव (2008-2013)
रघुराम राजन (2013-2016)
उर्जित पटेल (2016-2018)
शक्तिकांत दास (2018-वर्तमान)
निष्कर्ष-इस प्रकार न सिर्फ़ हम सभी आरबीआई की स्थापना दिवस के बारे मैं जाने बल्कि इससे सबनाधित और बहुत जानकारी हासिल हुई। उम्मीद है कि यह आलेख आप सभी पाठकों को पसंद आया होगा।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो अक्सर लोगों द्वारा पूछा जाता है-
- भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना दिवस कब मनाई जाती है?
- 1 अप्रैल को भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना दिवस मनाई जाती है।
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना कब और कैसे हुई थी? - भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना 1 अप्रैल 1935 को भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार हुई थी।
भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना से पहले केंद्रीय बैंक का कार्य कौन करता था? - भारतीय रिज़र्व बैंक की स्थापना से पहले केंद्रीय बैंक का कार्य इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा किया जाता था।
भारतीय रिज़र्व बैंक के पहले गवर्नर कौन थे? - भारतीय रिज़र्व बैंक के पहले गवर्नर ऑस्बोर्न स्मिथ थे।
भारतीय रिज़र्व बैंक को बैंकों का बैंक क्यों कहा जाता है? - भारतीय रिज़र्व बैंक को बैंकों का बैंक इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह अन्य बैंकों को ऋण देता है और उनके लिए बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान गवर्नर कौन हैं? - भारतीय रिज़र्व बैंक के वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास हैं।
भारतीय रिज़र्व बैंक के राष्ट्रीयकरण कब हुआ था? - भारतीय रिज़र्व बैंक का राष्ट्रीयकरण 1949 में हुआ था।
भारतीय रिज़र्व बैंक के कुछ मुख्य कार्य क्या हैं? - भारतीय रिज़र्व बैंक के कुछ मुख्य कार्य हैं: मुद्रा जारी करना, बैंकों का बैंक होना, सरकार का बैंकर होना, विदेशी मुद्रा भंडार का प्रबंधन करना, मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना, और वित्तीय प्रणाली की स्थिरता बनाए रखना आदि होता है
अन्य महत्वपूर्ण लिंक- https://bhashatimes.com/
भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट-https://www.rbi.org.in/