मीडिया में एक ही नाम चल रहा है। वह नाम है ‘कल्याण बनर्जी’ का। गूगल सर्च पर यह नाम इतना सर्च हुआ कि ट्रेंड में आ गया। कल्याण बनर्जी को गूगल पर एक नहीं कई भारतीय भाषा में ढूँढा जा रहा है। कल्याण बनर्जी इन हिंदी, कल्याण बनर्जी इन बंगाली आदि।
इसलिए Bhasha Times वालों भी सर्च किया और कुछ पता लगाया कि आख़िर ये मुद्दा है क्या?
क्यों अचानक से कल्याण बनर्जी राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ सोशल मीडिया पर इतने मशहूर हो गए?
भारतीय राजनीति में यदि आप की रुचि है, तो आप को कभी डिप्रेशन नहीं होगा। क्योंकि यहाँ हर रोज़ एक नया मुद्दा आता है। जिसका पिछले दिनों से कोई संबंध नहीं होता है।
इसलिए मंगलवार से संसद भवन के बाहर और भीतर के एक ही शब्द की आत्मा भटक रही है। वह शब्द है मिमिक्री। इस बार इस शब्द का प्रयोग किसी स्टैंड अप कॉमेडी वाले ने नहीं किया है। बल्कि देश को दिशा देने वाले जनप्रतिनिधि कल्याण बनर्जी ने किया।
वह भी दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र देश भारत के उप-राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के लिए।
लेकिन आप के मन में प्रश्न उठना चाहिए कि इस शो का स्थान कहाँ निर्धारित हुआ था।
तो इस स्टैंड आप कॉमेडी शो का प्रारंभ सांसद भवन की सीढ़ियों से हुआ।
जहां लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित संसद विरोध जता रहे थे। तभी सांसदों का उत्साहवर्धन करने के लिए कल्याण बनर्जी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का नक़ल उतारते हुए देखा गया। इस स्टैंड अप कॉमेडी शो का कैमरामैन बने श्री राहुल गांधी। फिर क्या वीडियो वायरल हुआ और संसद भवन के भीतर उप-राष्ट्रपति ने प्रतिक्रिया दी। और कहा कि गिरवाट की कोई हद नहीं है। आपके एक बड़े नेता (दिग्विजय सिंह) एक संसद के असंसदीय व्यवहार का वीडियो कर रहे थे। आप से भी बहुत बड़े नेता हैं वो। मैं तो यही कह सकता हूँ कि सद्बुद्धि आये।कुछ तो सीमा होती होगी कुछ जगह तो बख्शो।,,,
इसके बाद क्या हुआ यूट्यूब पर ढेर सारी वीडियो है उसे देखिए और गूगल पर पढ़िए। खबर तो खबर है।
कल्याण बनर्जी?
कल्याण बनर्जी अखिल (टीएमसी) भारतीय तृणमूल कांग्रेस के सदस्य हैं। इसके साथ-साथ वह लोकसभा के सदस्य भी हैं। वह कलकता उच्च न्यायालय के जाने माने वकील भी है। जहां वह 1981 से प्रैक्टिस करते आ रहे है। कल्याण बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस को कई मुद्दों में नैया पार लगाया है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा सिंगूर में धारा-144 लगाने और विभिन्न भूमि अधिग्रहण मामले हैं का है।
ऐसे ही खबरों को पढ़ने के लिए भाषा टाइम्स पर आते रहिए जिससे कि आपको कुछ नई जानकारी मिले।