हिन्दी भाषा (Hindi Langauge) की संविधान में स्थिति
क्या आप जानते है कि भारत के संविधान के भाग-17 के अनुच्छेद 343 (1) के अनुसार संघ की राजभाषा ‘हिन्दी’ और लिपि ‘देवनागरी’ घोषित की गई है।लेकिन साथ में अंग्रेज़ी को भी रखा गया है।
हिन्दी भाषा (Hindi Langauge) को संघ की राजभाषा के रूप में 14 सितम्बर, 1949 को मान्यता मिला था।
जैसा कि आप सभी जानते है कि भारत में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है लेकिन दूसरे स्थान पर तथा दूसरे स्थान पर सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा बांग्ला है। लेकिन यह बात तो सुनकर आपको बहुत अच्छा लगा लेकिन हिन्दी और बांग्ला के बीच बोलने वालों की संख्या में बहुत अंतर है।प्रथम भाषा के रूप में जो लोग हिन्दी बोलते हैं उनकी संख्या 52,83,47,193 है। वही बांग्ला बोलने वालों की संख्या 9,72,37,669 है। यह अंतर बहुत बड़ा है। लेकिन इस अंतर पर कोई बात नहीं करेगा वह सीधा बोलेगा की हिन्दी बाद बांग्ला सबसे अधिक बोली जाती है। आँकड़ों का भ्रमजाल इसे कहते हैं।
संविधान के अष्ट्म अनुसूची या आठवीं अनुसूची में 22 भाषाओं को शामिल किया गया है लेकिन प्रारंभ में केवल 14 भाषाओं को मान्यता मिला था। जिन भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल किया गया है वो कुछ इस प्रकार है-
- कश्मीरी भाषा
- सिन्धी भाषा
- पंजाबी भाषा
- हिन्दी भाषा
- बंगाली भाषा
- असमिया भाषा
- ओड़िया भाषा
- गुजराती भाषा
- मराठी भाषा
- कन्नड़ भाषा
- तेलगु भाषा
- तमिल भाषा
- मलयालम भाषा
- उर्दू भाषा
- संस्कृत भाषा
- नेपाली भाषा
- मणिपुरी भाषा
- कोंकणी भाषा
- बोडो भाषा
- डोंगरी भाषा
- मैथिली भाषा
- संथाली भाषा https://amzn.to/49QUoQ5
हिन्दी भाषा को लेकर स्वतंत्रता के पूर्व और बाद में विवाद बना रहा। लेकिन जब यह स्वीकृति मिल गई कि भारत की अपनी राजभाषा होनी चाहिए। जिस भाषा में देश के नागरिकों को सेवा मिलनी चाहिए तो इसके लिए राजभाषा आयोग का गठन 1955 में किया गया था। जिसके अध्यक्ष बी० जे० खेर थे।
भारत में दो भाषा दिवस के दिन मीडिया में खूब चर्चा होती है पहली है हिन्दी दिवस जिसे प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है तथा दूसरा है अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस जिसे प्रत्येक वर्ष 21 फरवरी को मनाया जाता है।
इटालियन ऑफ द ईस्ट तेलुगू
दक्षिण भारत के दो राज्य (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) में बोली जाने वाली भाषा को ‘इटालियन ऑफ द ईस्ट’ कहा जाता है। क्योंकि तेलुगु भाषा “दु, मु, वु, लू” जैसे स्वरों का उपयोग अधिक होता है।जिससे यह भाषा अधिक मधुर और संगीतात्मक हो जाती है। साथ ही प्रथम भाषा के रूप में तेलुगु 8,11,27,740 लोगों द्वारा बोली जाती है। प्रथम भाषा का का तात्पर्य मातृ भाषा से है। तेलुगू भाषा आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजभाषा भी है। साथ ही यह संविधान के आठवीं अनुसूची में शामिल है। इसके अतिरिक्त तेलुगू भाषा को क्लासिकल भाषा का भी दर्जा प्राप्त है।
पंजाबी भाषा –
पंजाबी भाषा के बारे में तो आप सभी ने ज़रूर सुना होगा। क्योंकि हिन्दी गानों में पंजाबी भाषा का कोड मिश्रण बहुत किया जाता है। लेकिन आप को यह भी जानना चाहिए कि पंजाबी भाषा को बोलने वाले लोग कितने हैं? तो उत्तर होगा- 3,31,24,726 लोग पंजाबी भाषा मातृ भाषा के रूप में बोलते हैं। साथ ही पंजाबी भाषा गुरूमुखी लिपि में लिखी जाती है। यदि पंजाबी तड़का वाली फ़िल्म देखनी है तो सन्नी देओल की अभिनय वाली फ़िल्म ग़दर और बॉबी देओल की अभिनय वाली फ़िल्म बादल देख सकते हैं।
हिन्दी भाषा के बारे में हिन्दी में
हिन्दी भाषा के कवि: वैसे तो इस विषय पर बहुत पुस्तक उपलब्ध और बहुत कुछ लिखा और पढ़ा जा सकता है। लेकिन कुछ महत्वपूर्ण बात आपको जननी चाहिए-
जैसे कि भारत के प्रथम राष्ट्रकवि मैथलीशरण गुप्त है जिन्हें ‘आधुनिक युग का तुलसी’ कहा जाता है। गुप्त जी की रचना साकेत बहुत प्रसिद्ध है। साकेत का अर्थ अयोध्या होता है।
इसी तरह आधुनिक युग की मीरा’ के रूप में महादेवी वर्मा को जाना जाता है। वहीं भारतीय आत्मा’ के रूप में माखनलाल चतुर्वेदी को जाना जाता है। सुमित्रा नंदन पंत ‘सुकुमार कवि’ कहा जाता है। ‘भारत का आईस्टीन’ नागार्जुन को माना जाता है जबकि कलम का सिपाही’ मुंशी प्रेमचंद को माना जाता है।हिन्दी में आशुलिपि के जन्मदाता राधेलाल द्विवेदी को माना जाता है।
बात थोड़ी अलग भी पर हिन्दी के बारे में ही
संस्कृत व्याकरण के जनक पाणिनि को माना जाता है। विश्व का आदि महाकाव्य रामायण माना जाता है तो वाल्मिकी आदिकवि माना जाता है।
रामायण कई भाषा में लिखे गये हैं। इस विषय पर सबसे बेहतर शोध कामिल बुल्के का माना जाता है। कौन है कामिल बल्के इसके बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो यहाँ विकिपीडिया का लिंक दिया गया है उस पर जाकर पढ़ना चाहिए। https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%B2_%E0%A4%AC%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A5%87
किंतु रामायण मुलतः संस्कृत भाषा में लिखा गया था। वहीं गोस्वामी तुलसी दास जी द्वारा रचित रामचरित मानस अवधि भाषा में लिखी गई थी। रामचरित मानस में कुल सात काण्ड या सोपान हैं जो क्रमशः इस प्रकार हैं-
बालकाण्ड
अयोध्याकाण्ड
अरण्यकाण्ड
किष्किन्धाकाण्ड
सुन्दरकाण्ड
लंकाकाण्ड (युद्ध काण्ड)
उत्तरकाण्ड
संसार का सबसे बड़ा महाकाव्य ‘महाभारत’ को माना जाता है। हिन्दी का प्रथम बड़ा महाकाव्य पृथ्वी राजरासो है। महाभारत के रचयिता महर्षि वेद व्यास को माना जाता है।
हिन्दी भाषा का सबंध ‘इंडो-यूरोपीयन’ से परिवार से संबंधित है। ‘इंडो-यूरोपीयन को भारोपीय परिवार भी कहा जाता है। कालिदास को भारत का शेक्सपीयर कहा जाता है।
भारत में अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्लाय ऐसा है जहां सिर्फ़ भाषा से सम्बन्धित पढ़ाई होती है। जैसे अंग्रेज़ी, रूसी, जापानी, चीनी,जर्मन, फ़्रेंच, स्पैनिश, इटालियन आदि।
देश के पुराने दो विश्वविद्यालय पर आपको गर्व होना चाहिए जैसे प्रथम विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय है जिसकी स्थापना गुप्त शासक कुमार गुप्त प्रथम ने 450 ई. में किया था। जबकि विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना पाल शासक धर्मपाल ने नवीं शताब्दी में किया था।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न –
हिन्दी भाषा को संघ की राजभाषा के रूप में कब मान्यता मिली थी?
14 सितम्बर, 1949
प्रथम भाषा के रूप में हिन्दी बोलने वालों की संख्या कितनी है?
रामचरित मानस में कुल कितने सोपान या काण्ड है?
सात
नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना कब हुई थी?
कुमार गुप्त प्रथम द्वारा 450 ई. में।
विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना कब हुई थी?
धर्मपाल द्वारा नवीं शताब्दी में
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